गीता में लिखा है कि अगर अई ईसान बहुत हँसता है 
तो अंदर से वह बहुत अकला है।
अगर कोई इंसान बहुत सोता है
 तो वह अंदर से बहुत उदास है
 अगर अगर ईसाने खुद मे बहुत मजबूत दिखाता है, 
और सेता नहीं, तो वह अंदर से बहुत कमजोर है।