गीता में लिखा है कि अगर अई ईसान बहुत हँसता है तो अंदर से वह बहुत अकला है। अथर कोई इंसान बहुत सोता है तो वह अंदर से बहुत उदास है अगर अई ईसाने खुद मे बहुत मजबूत दिखाता है, और सेता नहीं, तो वह अंदर से बहुत कमजोर है। अगर पूरा सी बात पर कोई रो देता है तो वह बहुत मोलुम और नाजुक दिल का है। अगर औई, हर बात पर नाराज हो जाता है तो वो अंदर ले बहुत धकेला और जिंदगी में प्यार... कमी महसूस करता है। लोगों ३) समुहाने की अंशिश कितीए, जिंदगी, किसी का इंतजार नही करती लोगों को एहसास दिलाइये कि वो आपके लिए कितने बात है। अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो तरीके बदले इरादे नहीं। अगर सड़क पर भेई व्यासत नाच रही है, तो दोन मार-मार कर परेशान ना हो, गाड़ी से उतरकर भार नाथ लो मन शांत होया टाइम तो उतना ही लगता है इस कलयुग रूपया चाहे कितना भी भीर पाए लेकिन उतना नही गिटीषथा पितना ईमान रुपयों के
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